खंड 1- रचनात्मक लेखन
- रचनात्मक लेखन क्या है ?
- लोक-व्यवहार की भाषा तथा लेखन- साहित्य, पत्रकारिता, विज्ञापन, गद्यलेखन, भाषण, लोक-संस्कृति आदि के विभिन्न रूपों में रचनात्मकता
खंड 2- लेखन कला
- भाव तथा विचार और उसका विकास
- प्रतीक-अवधारणा, विविध-रूप, क्रोड और संदेश
- अलंकार- शब्दालंकार- अनुप्रास, यमक, श्लेष, वक्रोक्ति। अर्थालंकार- उपमा, उत्प्रेक्षा, रूपक, विभावना, विरोधाभास, अपह्नुति, असंगति, अतिशयोक्ति, कथनवक्रता
4. भाषा और शैली
खंड 3- रचनात्मक लेखन के तत्व
- कविता- लय, गति, तुक, छंद और काव्यरूप
- नाटक- कथानक, चरित्र, संवाद, रंगकर्म
- कथा साहित्य- कहानी, उपन्यास आदि
खंड 4- सूचना तंत्र के लिए लेखन
- प्रिंट माध्यम के लिए लेखन
- इलैक्ट्रानिक माध्यम के लिए लेखन
खंड 5- बाल साहित्य लेखन
खंड 6- प्रकाशन
- लेखक-पाठक संबंध
- प्रकाशन अथवा प्रसारण
- संपादन-प्रूफ पठन
2 comments:
इस पाठ्यक्रम को देखकर रचनात्मक लेखन के कुछ अवयवों के बारे में अपने ज्ञान में कुछ वृद्धि हुई। साधुवाद!
रचनात्मक लेखन में बाल साहितय का ज़िक्र देख कर अच्छा लगा। इसके लिये आप बधाई के पात्रा
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